मूल रूप से मार्क्सवाद स्वयं आर्थिक नियतत्ववाद का विरोधी है और इसलिए अल्थूसर इसे नियतत्ववाद से मुक्त नहीं कर सकते थे।
2.
अल्थूसर के बारे में उनका विचार यह था कि आर्थिक नियतत्ववाद से मार्क्सवाद को मुक्त करने में अल्थूसर का अहम योगदान था लेकिन अल्थूसर का संशयवाद कहीं न कहीं प्रगति की अवधारणा पर ही सवाल खड़ा कर देता है।
3.
अन्य विचारक जैसे कि मैक्स वेबर ने मार्क्सवादी आर्थिक नियतत्ववाद की आलोचना की, और इस बात पर ध्यान दिया कि सामाजिक स्तर-विन्यास विशुद्ध रूप से आर्थिक असमानताओं पर निर्भर नहीं है, बल्कि स्थिति और शक्ति में भिन्नता पर भी निर्भर है.
4.
जो मार्क् सवाद यान्त्रिक भौतिकवाद की उत्पत्ति-आर्थिक नियतत्ववाद से संघर्ष करते हुए ही विकसित हुआ था उसी पर वे चलताऊ कलमघसीटों की तरह आर्थिक नियतत्ववादी होने का आरोप लगाते हुए कहते हैं कि मार्क् सवादी मनुष्य को केवल आर्थिक प्राणी मानते हैं।
5.
अन्य विचारक जैसे कि मैक्स वेबर ने मार्क्सवादी आर्थिक नियतत्ववाद की आलोचना की, और इस बात पर ध्यान दिया कि सामाजिक स्तर-विन्यास विशुद्ध रूप से आर्थिक असमानताओं पर निर्भर नहीं है, बल्कि स्थिति और शक्ति में भिन्नता पर भी निर्भर है.(उदाहरण के लिए पितृसत्ता पर).
6.
जिस भी अध्येता ने अल्थूसर को गम्भीरता से पढ़ा है वह जानता है कि अल्थूसर का संरचनावादी मार्क्सवाद निश्चित रूप से मार्क्सवाद को आर्थिक नियतत्ववाद के आरोप से दोषमुक्त करता है, लेकिन यह अल्थूसर नहीं थे जिन्होंने मार्क्सवाद को आर्थिक नियतत्ववाद से मुक्त किया।
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जिस भी अध्येता ने अल्थूसर को गम्भीरता से पढ़ा है वह जानता है कि अल्थूसर का संरचनावादी मार्क्सवाद निश्चित रूप से मार्क्सवाद को आर्थिक नियतत्ववाद के आरोप से दोषमुक्त करता है, लेकिन यह अल्थूसर नहीं थे जिन्होंने मार्क्सवाद को आर्थिक नियतत्ववाद से मुक्त किया।
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अन्य विचारक जैसे कि मैक्स वेबर ने मार्क्सवादी आर्थिक नियतत्ववाद की आलोचना की, और इस बात पर ध्यान दिया कि सामाजिक स्तर-विन्यास विशुद्ध रूप से आर्थिक असमानताओं पर निर्भर नहीं है, बल्कि स्थिति और शक्ति में भिन्नता पर भी निर्भर है.(उदाहरण के लिए पितृसत्ता पर).
9.
लेकिन उस समय प्रचलित कठमुल्लावादी मार्क्सवाद में वर्ग अपचयनवाद और आर्थिक नियतत्ववाद का जो प्रभाव था, उसकी प्रतिक्रिया में अल्थूसर ने अतिनिर्धारण (ओवरडेटरमिनेशन) का सिद्धान्त दिया, जिसके मुताबिक आर्थिक कारकों से निर्धारित होने वाली कोई भी परिघटना, फिर से अन्य प्रकार के कारकों से अतिनिर्धारित होती है।